अवैध रेत खनन के खिलाफ महिला सरपंच ने दिखाई दबंगई, डेढ़ दर्जन ट्रकों को पकड़ कर जिला प्रशासन को सौंपा।
जिला प्रशासन की शह पर जिले में चल रहा रेत खनन।
महिला सरपंच समेत एक सैकड़ा महिला पुरुष शामिल।
बैतूल /आजाद हिंदुस्तान/देवीनाथ लोखंडे।
बैतूल | जिला प्रशासन की शह पर जिले में रेत खनन का खुला खेल चल रहा है इसकी बानगी आज उस वक्त देखने को मिली जब घोड़ा डोंगरी जनपद के ग्राम मालवर की सरपंच ने ग्रामीणों के साथ मिलकर अवैध रेत से भरे डेढ़ दर्जन हाइवा ट्रकों को रोक लिया । सुबह प्रशासनिक नुमाइंदों को फोन कर मौका पंचनामा बनवया ओर ट्रकों को उनके हवाले कर दिया।
को सरपंच सहनवती कवडे ने बताया कि मैं कल गुरुवार घोड़ा डोंगरी जनपद से लौटकर आई थी मुझे गांव वालों ने रोककर बोला कि मैडम हमने आपको जिताया आप रेत के खिलाफ कुछ नहीं कर रही हो मैंने गांव के सभी लोगो से बात की ओर रात में ही रेत भरने गई।
गाड़ियों को रोकने का प्लान बनाया | सुबह 4 बजे जब गाड़िया मालवर से अवैध रेत भर का लौट रही थी तभी गांव के महिला पुरुषों ने ट्रकों को रोक लिया। इसके अलावा जो ट्रक रेत भरने जा रहे थे वो खाली ट्रक लौट गए । श्रीमती कवडे ने बताया कि मैंने अवैध रेत के मामले में मैंने चोपना पुलिस, तहसीलदार घोड़ा डोंगरी, एसडीएम शाहपुर कलेक्टर बैतूल और मुख्यमंत्री को भी ज्ञापन दिया लेकिन इस एक माह में कोई कार्यवाही नही होने पर आज यह कार्य किया है । अवैध खनन परिवहन से हमारे गांव सड़के नालो पर रपटे, पुल पुलिया सभी क्षति ग्रस्त हो गए | हमारी मांग है कि अवैध रेत पर प्रतिबंध लगे और खराब सड़को पुल पुलियाओं की मरमम्त हो । मौके पर पहुंची नायब तहसीलदार महिमा मिश्रा ने मौका स्थिति को सम्हाला श्रीमती मिश्रा ने गांव वालों से चर्चा कर अवैध खनन स्थल का निरीक्षण किया इसके बाद अपने पटवारियों से मौका पंचनामा तैय्यार करवाकर सभी ट्रकों को चोपना थाने में सुरक्षित खड़े करवाया । नायब तहसीलदार महिमा मिश्रा ने बताया कि गांव वालों की सूचना मिली थी की गांव वालों ने अवैध रेत से भरे 17 ट्रक पकड़े है जिसपर मौके पर जाकर नदी भी देखी गई नदी में कोई भी गाड़ी या पोकलेन मशीन नही मिली है सभी 17 ट्रकों के खिलाफ अवैध परिवहन के मामले बनाये जा रहे है। ट्रक चालकों के पास जो रायल्टी मिली है चिचोली ब्लॉक के खपरिया पंचायत की है। सभी बिंदुओं पर जांच कर आगे की कार्यवाही सुनिश्चित की जाएगी। इस मामले में मौके पर रेत कम्पनी के जीएम विनय अहलूवालिया से जब हमने उनका पक्ष जानने की कोशिश की तो उन्होंने बात करने से मना कर दिया ।