बैतूल -देवीनाथ लोखंडे।
वीएचपी के कार्यकर्ता तिलकधारी ने लगाई फांसी।
विश्व हिंदू परिषद बजरंग दल के कार्यकर्ता तिलकधारी बाबा उर्फ लोकेश तायवाड़े ने बीती रात फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। परिजनों से मिली जानकारी के मुताबिक छत्रपति शिवाजी की मूर्ति को लेकर आए दिन सरपंच और सचिव एवं उनके साथियों से विवाद होता रहता था, जिसके कई आवेदन एसपी को दिए गए हैं फिर भी किसी प्रकार की कोई कार्रवाई नहीं की गई थी 10 अप्रैल को भी तिलकधारी बाबा के द्वारा सरपंच सचिव के नाम एसपी ऑफिस में आवेदन दिया गया था। आवेदन में तिलकधारी बाबा ने बताया था कि कि निजी गाड़ी नंबर एमपी 48एमए 6979 हमला किया एवं गाड़ी से गिराने की कोशिश की गई। आवेदन में तिलकधारी बाबा ने पहले ही इतला कर दिया था कि अगर कोई घटना घटती है तो उसका जवाबदार प्रिंस रहेगा। तिलकधारी बाबा विगत 2 महीनों से थाना कोतवाली एसपी ऑफिस कलेक्टरेट ऑफिस के चक्कर काट रहे थे तथा लगातार अपनी फरियाद सुना रहे थे परंतु किसी के भी द्वारा कोई कार्यवाही नहीं की गई अगर समय रहते आवेदन पर कार्रवाई की जाती तो शायद यह घटना नहीं घटती। परिजनों ने यह भी बताया कि मृतक की जेब से एक आवेदन प्राप्त हुआ है।प्रथम दृष्टा घटना स्थल पर उपस्थित लोगों ने देखा है कि तिलकधारी बाबा की लाश संदिग्ध स्थिति में पाई गई थी क्योंकि जब तिलकधारी बाबा को फांसी लगा हुआ देखा गया तो उनके पैर जमीन से सटे पाए गए।