Breaking News

भ्रष्ट, तिकड़म अधिकारियो के भरोसे कैसे जीत पाएंगे मुख्यमंत्री।

भ्रष्ट, तिकड़म अधिकारियो के भरोसे कैसे जीत पाएंगे मुख्यमंत्री।

शिकायत पर समझौता नहीं तो कुछ माह के बाद दर्शाया शिकायत निराकरण ।

मुख्यमंत्री हेल्पलाइन का खुल्लमखुल्ला अधिकारी उड़ा रहे है मजाक।

जहां एक ओर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान जनहित की विभिन्न योजनाओं को लागू कर अपनी सरकार की ईमानदार छवि बनाने के लिए प्रयास रत है । वे पूरे प्रदेश का लगातार दौरा कर जनता को आगाह करते नजर आते है कि कीसी भी प्रकार की शिकायत हो तो मुख्यमंत्री हेल्प लाइन पर शिकायत कर मुझे अवगत कराएं। तो दूसरी ओर कुछ अधिकारी हेल्पलाइन पर की गई शिकायतों को बिना निराकरण के ही वापस लेने के लिए दबाव बनाने एवम शिकायत वापस नही लेने पर फर्जी तरीके से निराकरण कर शासन के सामने अपनी छवि निखारने की कोशिश करने से बाज नही आते।

हालांकि आपको बतादे कि अलीराजपुर जिले में कलेक्टर सीएम हेल्पलाइन की शिकायतों का सबसे ज्यादा निपटारा करवाकर पूरे प्रदेश में प्रथम स्थान पर हैं ।
लेकिन जिले के कुछ भृष्ट एवम तिकड़मी टोपिबाज अधिकारी ऐसे भी है जो कर्व्यनिष्ठ कलेक्टर एवं जनहितैषी मुख्यमंत्री की आंखों में धूल झोंक कर अपने भर्ष्टाचार को छुपाने के लिए शिकायतों को कागजो में उलझा कर निरर्थक दिखाने की कोशिश करते नजर आते है।

ऐसा ही एक मामला यहां सामने आया है। आवेदक द्वारा 15 अगस्त 2022 को cm हेल्पलाइन के क्रमांक 1947 9138 एक शिकायत की गई थी।
जिसमे आवेदन कर्ता द्वारा जोबट क्षेत्र में जनपद की पंचायतों के अंदर फर्जी बिल लगाकर लाखों रुपए का शासकीय राशि का दुरुपयोग करने की शिकायत की गई।यह खबर समाचार पत्रों में भी प्रकाशित हुई थी ।
इस मामले में जिला कलेक्टर राघवेंद्र सिंह को भी जन समस्या निवारण शिविर में शिकायत की गई पर निराकरण ना होने पर सीएम हेल्पलाइन में इसकी शिकायत की गई ।
उक्त शिकायत वापस लेने के लिए प्रशासनिक अधिकारी का बार-बार आवेदन कर्ता पर दबाव डाला जाने लगा।
लेकिन बिना निराकरण के आवेदन कर्ता ने शिकायत वापस लेने से इनकार कर दिया।

*शिकायत वापस नहीं लेने पर भ्रष्ट तिकड़म अधिकारी ने cm हेल्प लाईन को भी किया गुमराह*

जब बार बार दबाव के बाद भी शिकायतकर्ता अपनी शिकायत वापस लेने को तैयार नहीं हुआ और दूसरी ओर मुख्यमंत्री का दौरा जोबट मै तय होने के बाद शिकायत को यह कहकर निरस्त कर दिया गया कि आवेदक ने फर्जी बिलों की कॉपी जिम्मेदार विभाग को नही दी ।
अपनी इस चाल को छुपाने के लिए योजनाबद्ध रूप से आवेदक को दिनांक 14 -2023 को पत्र क्रमांक 117 के अंतर्गत मुख्य कार्यपालन अधिकारी जोबट भूरसिंह चौहान द्वारा दिनांक 12/05/2023 की शाम को पत्र दिया जाता है जिसमें कहा जाता है कि आप की शिकायत है कि पंचायतों में फर्जी बिल लगे हैं ।उन बिल के दस्तावेज जोबट जनपद कार्यालय ने प्रस्तुत करें ताकि 15 मार्च 2023 को वरिष्ठ अधिकारी के कार्यालय अलीराजपुर में प्रस्तुत कर सके।
लगभग 6-7 माह के बाद जब आवेदन कर्ता ने शिकायत वापस नहीं ली । तब इस तरह का पत्र लिखना एवं जो जानकारी जनपद कार्यालय में पहले ही मौजूद है। उसको आवेदक से मांगना सोची समझी चाल है।


स्थानीय अधिकारी से लेकर जिला अधिकारी एवं कलेक्टर महोदय के पास भी फर्जी बिलों की छाया प्रति पहले से ही मौजूद है ।।

शिकायतकर्ता राजेश जैन ने बताया कि मै संभागीय अधिकारी से लेकर निचले अधिकारी तक शिकायत के दस्तावेज प्रस्तुत कर चुका हूं ।
शासन के विकास का आया हुआ रुपया आम आदमी तक नहीं पहुंचा। इसी के चलते इस जिले में लोगो मे शासन प्रशासन के खिलाफ नाराजगी का भाव है जिस पर ध्यान नही दिया तो आने वाले चुनाव में सत्तासीन दल को नुकसान उठाना पड़ सकता है।

लेकिन यहां के जिम्मेदार अधिकारी सीएम हेल्पलाइन में गलत जानकारी देकर उसे बंद करवाने का प्रयास करते हैं ताकि मुख्यमंत्री जी के सामने सच्चाई आ न सके।
अब देखना यह है कि कर्तव्यनिष्ठ कलेक्टर एवम जनहितैषी मुख्यमंत्री इस मामले में क्या संज्ञान लेते है।

जोबट से तहसील ब्यूरो राजेश जैन की रिपोर्ट।

About Live-Editor

Check Also

Azad hindustan e paper

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *