लोकेशन बैतूल
फारेस्ट की लेडी सिंघम ने राजस्थान से जब्त किया एक ट्रक सागौन।
इंटर स्टेट सागौन माफिया की तोड़ी कमर।
आईटी एक्सपर्ट ट्रेनी आईएफएस ओर उनकी टीम ने जिले में रचा इतिहास।
बैतूल वन महकमे के इतिहास में यह पहला मौका है जब एक महिला ट्रेनी फारेस्ट आफिसर ने अपने क्षेत्र में अवैध काटे गए 22 सगौन पेड़ो की एक ट्रक सागौन ओर इस मामले जुड़े आरोपियों को गिरफ्तार किया है ।
दरसल एक माह पहले दक्षिण वनमण्डल की ताप्ती रेंज की महुपानी बीट में हरदा की बिश्नोई गैंग द्वारा खण्डवा के वन माफिया भूरा के लिये 22 सागौन के पेड़ काटकर रातोरात फरार हो गए थे ।इस घटना के बाद सीसीएफ प्रफुल फुलझेले के मार्गदर्शन में एक 12 सदस्यीय टीम बनाई गई थी जिसका नेतृत्व आईटी एक्सपर्ट ट्रेनी आईएफएस ओर ताप्ती रेंज की प्रभारी रेन्जर पूजा नागले को बनाया गया था । पूजा नागले महकमे में लेडी सिंघम साबित हुई ।सबसे पहले टीम ने बिश्नोई गैंग को पकड़ा जिसकी निशानदेही पर खण्डवा से भूरा को पकड़ा गया भूरा ने महुपानी से काटी गई लकड़ी को राजस्थान के भीलवाड़ा के हरिपुरा गांव मव संचालित आरामशीन पर ले गया जंहा से टीम ने एक ट्रक सागौन जब्त कर देर रात बैतूल लौटे है ।
टीम ने छापा मारा तो यही सागौन काटी जारही थी।
सूत्रों से प्राप्त जानकारी के मुताबिक जब वन विभाग की टीम भीलवाड़ा के हरीपुरा की आरामशीन को घेरा। तो यहां पर तेजी से सागौन के लट्ठों को खुर्द बुर्द किया जारहा था । दरअसल टीम के पहुंचने की खबर आरामशीन संचालक को हो गई थी यही वजह है कि इस लकड़ी को जल्द से जल्द चीरकर ठिकाने लगा देना चाहते थे।
बिश्नोई गैंग का सरगना फरार
अवैध कटाई में शामिल टीम ने हरदा के बिश्नोई गैंग के सदस्यों को पकड़ा शुरू किया तो इस बात की भनक गैंग के लीडर को लग गई जिसके बाद वो फरार हो गया वन महकमे टीम इसकी सरगर्मी से तलाश कर रही है ।
बिश्नोई गैंग के निशाने पर रहा पश्चिम वन
हरदा की जिस बिश्नोई गैंग को वन अमले की टीम ने पकड़ा है उनके निशाने पर हमेशा पश्चिम वन मण्डल का जंगल रहा है लेकिन यह पहला मौका है जब आईटी की मदद से इस टीम की कमर तोड़ी गई है ।
चार साल पहले भी पकड़े जाने के डर से सागौन से लदा ट्रक मोहदा रेंज के जंगल में जलाया गया था ।
टीम में यह थे शामिल
ट्रेनी आईएफएस पूजा नागले,एसडीओ गौरव मिश्रा,रेन्जर नितिन पवार,डिप्टी रेंजर अभिषेक उपाधयाय,डिप्टी रेंजर देवेंद्र परिहार
वन रक्षक पंकज राठौर, भानु वरकड़े,सचिन राजपूत विजय पिपरदे ओर ड्राइवर अरुण अडलक शामिल थे ।
जिला ब्यूरो बैतूल देवीनाथ लोखंडे की रिपोर्ट