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मांधाता में पूर्व पीसीसी चीफ अरुण यादव पर दांव लगाएगी कांग्रेस

मांधाता में पूर्व पीसीसी चीफ अरुण यादव पर दांव लगाएगी कांग्रेस ?

प्रदेश में होने वाले 28 सीटो के उपचुनाव के लिए कांग्रेस और भाजपा दोनो की प्रतिस्ठा दाव पर है। इन सीटों में खंडवा जिले की मांधाता और नेपा नगर सीट पर भी उपचुनाव होने जा रहे है।
इन दोनों सीटो पर पूर्व पीसीसी चीफ श्री अरुण यादव के समर्थक विधायक थे। मांधाता के नारायण पटेल सहित दोनो विधायक अचानक कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हो गए। जिससे कही न कही श्री अरुण यादव की प्रतिस्ठा पर भी आंच आई ।

लेकिन निमाड़ के शेर अरुण यादव हर चुनोती को चैलेंज के रूप में लेते आये है। अपनो के द्वारा धोखा मिलने के बाद भी वे और उनके अनुज श्री सचिन यादव अब पूरी ताकत से दोनो सीटे कांग्रेस की झोली में डालने के लिए जुट गए।
मांधाता सीट पर राजनारायण सिंह और पीसीसी चीफ अरुण यादव के मतभेद जग जाहिर है। हालांकि नारायण पटेल के भाजपा में जाने के बाद राजनारायण सिंह ने कहा कि अरुण भाई से अब कोई झगड़ा नही है क्यो की झगड़े की जड़ ही भाजपा में चली गई।
अब टिकिट के दावेदारों में एक ओर श्री राजनारायण सिंह और उनके पुत्र उत्तमपाल है वही दूसरी ओर श्री अरुण यादव के लगभग 15 समर्थक भी एकजुट होकर अपने मे से किसी एक को टिकिट देने के लिए मांधाता से भोपाल तक ताल ठोक रहे है।


ऐसे में दावेदारों की।संख्या ज्यादा होने से पार्टी में उम्मीदवारों पर फैसला मुश्किल हो रहा है। राजनारायण सिंह अपने उच्च स्तरीय सम्बन्धो और स्थानीय पकड़ के चलते मजबूत दावेदारी रख रहे है। वही अरुण यादव भी खंडवा में अपनी मजबूत पकड़ कायम रखना चाहते है।
ऐसे में संभावना यह बनती जा रही है कि दावेदारों में आपसी सिर फुटटवल के बजाय एक राय उम्मीदवार के रूप में खुद अरुण यादव को ही मैदान में उतार दिया जाए।
सूत्रों के अनुसार पार्टी हाईकमान इस ओर गम्भीरता से विचार कर रहा है और हो सकता है कि एक दो दिन के यह घोषणा हो जाये। यदि ऐसा होता है तो मांधाता का चुनाव हाईप्रोफाइल चुनाव होगा। और भाजपा तथा नारायण पटेल के लिए मुश्किल खड़ी हो सकती है।
हालांकि अरुण यादव अभी तक चुनाव लड़ने से इंकार करते आरहे है। क्योंकि उन्हें मांधाता ओर नेपानगर के साथ प्रदेश की।अन्य सीटों पर भी ध्यान देना है लेकिन यदि हाईकमान का आदेश हुवा तो उनके लिए ना करना भी मुश्किल होगा।
अब देखना यह है कि राजनारायण को मांधाता पर राज करने के लिए हरीझंडी मिलती है या अरुण यादव के रूप में मांधाता में नया अरुणोदय होता है।

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