ब्यूरो चीफ वासुदेव वाणी की रिपोर्ट
स्विस निवासी श्रीमती मार्ग्रेट गृतली स्मिद जिन्होंने अपने जीवन के पांच दशक भारत मे रह कर गरीबों की सेवा मे बिताए। जनवरी 1923 मे जन्मी मार्गेट 1971 मे भारत के लुधियाना शहर मे प्रवास पर आई थी वहा उन्हें भारत के गरीब लोगो सेवा करने का अवसर मिला। इस उद्देस्य की पूर्ति हेतु जोबट जैसा अति पिछड़ा ओर गरीब इलाका चुना यहां रहते हुए निरंतर गरीब अनाथों की सेवा का भागीरथी प्रयास किया गया। श्रीमती मार्ग्रेट ने यह एक अनाथ आश्रम भी प्रारंभ किया जिसमे गरीब अनाथ बच्चों को शिक्षित करने का कार्य आज भी जारी हे। अपने सेवा कार्यों को शासन के अधीन करने के लिए आदिवासी सहायता समिति का गठन किया गया उसके अधीन आज अनाथ बच्चों का आश्रम वृद्धाश्रम गरीबों का मुफ्त भोजनालय तथा मरीजों को निशुल्क मेडिकल चेक अप एवं दवाएं वितरण का कार्य जारी है वही ,गरीबों की सेवा में लीन इस्माइल महान आत्मा का 100 वर्ष की उम्र में ,निधन हो गया सस्था आदिवासी साहायता समिति के कार्यालय ,श्रद्धांजलि का कार्यक्रम संपन्न हुआजिसमें अध्यक्ष कल्पना डेनियल सचिव शिवा वाणी सदस्य महेंद्र देसला वर्षा राठौर जूलियस एवंआशुतोष डावर ,के साथ-साथ अनाथ बच्चो बुजुर्गों ने श्रद्धांजलि अर्पित की