मनावर-कौशिक पंडित।
कालोनी निर्माण के नाम पर कॉलोनाइजर ने काट दिए अनगनित हरे पेड़। राजनीतिक रसूख के चलते है प्रशासन की आंखे बंद।
मनावर स्थित सिंघाना रोड पर एक कॉलोनी इन दिनों चर्चा में है। इस कॉलोनी में बनने से पहले ही सुर्खियां इसलिए बटोरी है, क्योंकि कॉलोनाइजर ने प्रशासन से जरूरी अनुमतियां तक नहीं ली। इसके बाद भी उक्त जमीन पर मौजूद हरे भरे पेड़ों पर कॉलोनाइजर ने आरी चलवाकर कटवा दिया। इसकी शिकायत तमाम अधिकारियों को की गई। लेकिन बावजूद संबंधित पर कोई कार्यवाही होती नजर नहीं आ रही है। उसकी बड़ी वजह सत्तापक्ष से जुड़े लोगों कि इस कॉलोनी सहभागिता साफ दर्शा रही है। कॉलोनी में गड़बड़ी की शिकायत सीएम हेल्पलाइन तक पर कर दी गई है। जहां शिकायत अभी पेंडिंग है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार मनावर के सिंघाना रोड पर एक कॉलोनी का निर्माण किया जा रहा है कॉलोनी में कल मैं इधर द्वारा जलने से विकास कार्य करवाया जा रहा है सड़के बना ली गई है जबकि शेष काम के लिए कवायद जारी है बताया जा रहा है कि इन निर्माणों के लिए प्रशासन से ली जाने वाली जरूरी अनुमतियां भी नहीं ली गई है। बावजूद धड़ल्ले से निर्माण कार्य करवाया जा रहा है। प्रशासन के जिम्मेदार अधिकारी भी इस मामले में आंख मूंद कर बैठे हैं।
बिना अनुमति काटे गए पेड।
कॉलोनी के लिए काट दिए पेड़।
कॉलोनाइजर की मनमानी यहीं नहीं रुके बीते कुछ दिनों में कॉलोनाइजर द्वारा निर्माण की जद में आ रहे पेड़ों पर धड्डले से आरी चलवा दी। हरे-भरे पेड़ों पर को कॉलोनाइजर ने कटवा दिया। इन पेड़ों को काटने की शिकायत भी तमाम लोगों ने प्रशासन को की, लेकिन कोई मौके पर नहीं पहुंचा। पेड़ काटने के लिए जरूरी अनुमति एसडीएम स्तर से ही मिलती है और बगैर अनुमति यदि पेड़ काट दिए जाते हैं तो 50 हजार रुपए प्रति पेड़ के हिसाब से जुर्माना तक का प्रावधान है। नगरीय निकाय पेड़ काटने की अनुमति जारी नहीं कर सकती बावजूद पेड़ों को काटा जा रहा है।
धडल्ले से पेडो की कटाई जारी।
राजनीतिक रसूख आ रहा है।
बताया जा रहा है कि इस कॉलोनी का निर्माण में कॉलोनाइजर के साथ राजनीति में बड़ा रसूख रखने वाले लोगों का भी हाथ है। यही कारण है कि प्रशासन सब कुछ जानते हुए भी अनजान बन रहा है। अधिकारियों को कार्रवाई करने में इंतजार करना पड़ रहा है। ऐसे में अब देखना यह है कि प्रशासन इस मामले में क्या कार्रवाई कर पाता है?