नवरत्न जैन
दिगंबर जैन समाज के 10 दिवसीय पर्युषण पर्व प्रारंभ।
बड़वाह —-पर्वाधीराज पर्युषण महा पर्व बुधवार से अगले 10 दिनों तक रहेंगे।तप त्याग और आत्मशुद्धि के इस महान पर्व की परिणति उत्तम क्षमा धर्म से होती है। पूजन में भी इसका उल्लेख बहुत अच्छे से किया है। जो धरते प्रथम क्षमा है वो पाते मोक्षरमा है।यानी मोक्ष प्राप्त करने की प्रथम सीढ़ी क्षमा है जिसे हर प्राणी को धारण करना चाहिए।श्री पार्श्वनाथ दि.जैन मंदिर बड़वाह में पर्व शुरू होने पर दसलक्षण विधान की रचना की गई है।समाजजनों ने पूरे उत्साह एवं उल्लास के साथ विधि विधान से इसकी शुरुआत की।जिसके चलते प्रथम कलश अशोक जैन शांतिधारा क्रमश अखिलेश जैन कैलाशचंद जैन परिवार एवं ऋषभ जैन ने की। विधान कलश क्रमश विजय जैन गौरव सुशील जैन प्रवीण जैन मगन जैन रश्मि जैन द्वारा रखा गया।दीपक स्थापना वंदना विजय चौधरी जिनवाणी स्थापना मगन बाबूलाल जैन ध्वजा क्रमश माया विजय जैन एवं संजना विजय जैन द्वारा लगाई गई।श्रावक श्रेष्ठि निर्मला मोतीलाल गंगवाल एवं बाहुबली भगवान के अभिषेक का सौभाग्य विजय जैन को मिला।
दिगंबर जैन समाज के पर्यूषण पर्व 9 सितंबर 2022 तक आयोजित होंगे।
दिगंबर जैन समाज के पर्यूषण पर्व बुधवार से होकर दिनांक 9 सितंबर तक आयोजित होंगे।बड़वाह के जैन समाजजन इस आत्मशुद्धि के महापर्व पर शुभ और अशुभ कर्मों का प्रक्षालन करने के लिए मन के दूषित भावों और विकारों को दूर करने के लिए पर्व को बेहद श्रद्धा के साथ मनाएंगे।इस अवसर पर जबेरा जबलपुर से पधारे नरेंद्र शास्त्री प्रवचन के लिए पधारे हुए हैं।पर्यूषण पर्व के प्रथम दिवस पर प्रात काल की बेला में श्री 1008 नेमिनाथ भगवान के प्रथम अभिषेक करने का समाजबंधुओ को सौभाग्य मिला|
नित्य नियम पूजन मंडल विधान की पूजन होगा।
इस कार्यक्रम में समाज जनों ने उत्साह एवं उमंग के साथ श्रीजी का अभिषेक किया। इसके पश्चात श्री वैभव भैया विधानाचार्य एवं नरेंद्र जी शास्त्री के सानिध्य में नित्य नियम की पूजा दस लक्षण धर्म की पूजा हुई। तत्वार्थ सूत्र का वाचन एवं व्याख्यान किया गया। दसलक्षण धर्म विधानमंडल की सुंदर रचना बनाने में समाज जनो ने अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।पर्यूषण पर्व पर प्रतिदिन 6:30 बजे से मंगलाष्टक, अभिषेक, शांति धारा उसके पश्चात नित्य नियम पूजन मंडल विधान की पूजन भैया द्वारा दोपहर में 3 से 4 बजे क्लास ली जाएगी। रात 7:30 से श्रीजी की आरती 8:30 बजे से भैया जी के प्रवचन प्रश्न मंच कार्यक्रम हुआ।
11 को होगा क्षमावाणी पर्व।
इसी अनुक्रम में 11 सितंबर को क्षमावाणी पर्व मनाया जाएगा।जिसमें प्रातःकाल की बेला में 8:30 बजे से श्रीजी की शोभायात्रा निकाली जाएगी जो सराफा बाजार जैन मंदिर से प्रारंभ होकर एमजी रोड ,मैन चौराहा, जय स्तंभ चौराहे से पुनःउसी मार्ग से होते हुए जैन धर्मशाला में समापन होगा।जहां पर श्री जी का अभिषेक एवं शांति धारा होगी। तत्पश्चात समाजजन एक दूसरे से गत वर्षों में हुई गलतियों के लिए क्षमा याचना करेंगे।पर्यूषण पर्व के सभी कार्यक्रम में समय पर उपस्थित होकर धर्म लाभ लेवे