पीएम आवास फर्जीवाड़े में आरोपित सरपंच ने न्यायलय में किया समर्पण।
मंडल अध्यक्ष मनीष कुमरे का रिश्ते का भाई है आरोपित ग्राम सरपंच।
बैतूल आजाद हिन्दुस्तान
जिला ब्यूरो चीफ
देवीनाथ लोखंडे।
शाहपुर : ग्राम पंचायत पावरझंड़ा में प्रधानमंत्री आवास के 51 हितग्राहियों की लगभग 71 लाख की शासकीय राशि फर्जीवाड़े में आरोपित सरपंच ईश्वर कुमरे ने न्यायलय में समर्पण किया । शाहपुर पुलिस द्वारा द्वारा न्यायलय से आरोपित को रिमांड पर पूछताछ के लिए शाहपुर लाई है।
मंडल अध्यक्ष के गृह ग्राम में हुआ पीएम आवास में फर्जीवाड़ा।
मंडल शाहपुर अध्यक्ष मनीष कुमरे के गृह ग्राम पावरझंडा ग्राम पंचायत जहां मंडल अध्यक्ष का घर है । मंडल अध्यक्ष की निवास की पावरझंडा ग्राम पंचायत में बीते वर्ष 51 प्रधानमंत्री आवास के हितग्राहियों की मकान की राशि बिना मकान बने फर्जी तरीके से निकाली गई । ताजुब की बात है की ग्राम में निवासरत होने के बाद इतने बड़े 71 लाख की सरकारी राशि की भनक मंडल अध्यक्ष को नही लगी । जनचर्चा हैं की ग्राम का पूर्व सरपंच आरोपीत ईश्वर कुमरे जिसके कार्यकाल में प्रधानमंत्री आवास नहीं बनाते हुऐ शासकीय राशि में फर्जी कर आहरण किया गया जो आरोपित है वह मंडल अध्यक्ष का रिश्ते में भाई है। मंडल अध्यक्ष मनीष कुमरे और ईश्वर कुमरे दोनो के घर एक दूसरे के पास पास है । इस फर्जीवाड़े में परिवार वाद के चलते कहे या कुछ और कहे मंडल अध्यक्ष ने इस फर्जीवाड़े की शिकायत किसी भी कार्यालय में नही की गई । सूत्रों से प्राप्त जानकारी अनुसार ग्रामीणों की पंचायत बुलाकर मामले को दबाने को भरपूर कोशिश की गई । लेकिन
शिकायत हितग्राही ग्रामीणों द्वारा जिला पंचायत कार्यालय की गई जिसकी जांच में फर्जी वाड़ा उजागर हुआ ।
यह है मामला ग्राम पंचायत के प्रधानमंत्री आवास के फर्जीवाड़े का।
प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत लाभान्वित होने के लिए मृतकों ने ग्राम पंचायत में आवेदन दिया । मृतकों का आवास स्वीकृत करा लिया और अपने व परिवार के रहने के लिए आवास भी बना लिया । आवास बनाने के दौरान जियो टैगिंग से केंद्र सरकार की वेबसाइट में आवास निर्माण की फोटो भी अपलोड कर लिया। यही नहीं बैंक जाकर अपने बैंक अकाउंट से राशि भी निकाल ली हो । ऐसा ही ग्राम पंचायत पावर झंडा में हुआ।
केंद्र सरकार की एक अति महत्वाकांक्षी योजना प्रधानमंत्री आवास योजना में एक बड़े फर्जीवाड़ा का खुलासा हुआ । ग्राम पंचायत में श्रृंखलाबद्घ तरीके से फर्जीवाड़े को अंजाम दिया गया है। केंद्र सरकार से मिलने वाली राशि को हड़पने के लिए मृतकों को जरिया बनाया गया है। ऐसे लोग जिनकी मृत्यु दो से तीन साल पहले हो गई है उनके नाम से आवास स्वीकृत कर राशि हजम करने का सनसनीखेज मामला सामने आया है ।
मंडल अध्यक्ष के ग्राम पावरझंडा में वित्तीय वर्ष 2021 , 22 में प्रधानमंत्री आवास ग्रामीण योजना के फर्जी बनाए गए पात्र लाभुकों के बैंक खाता में आनलाइन राशि का भुगतान किया गया था। जिसकी ग्रामीणों द्वारा शिकायत करने पर ब्लॉक स्तरीय जांच टीम के द्वारा जांच की गई। जांच के दौरान पता चला कि 51 फर्जी प्रधान मंत्री आवास बने ही नही है जिनका निर्माण ही नही हुआ और पोर्टल में आवास पूर्ण बताकर फर्जी जियोटेकिंग कर फर्जी पात्र हितग्राही बनाकर उसके नाम पर दूसरे की बैंक खाता लगाकर सेटिग से राशि आहरित कर ली गई । आवास निर्माण के पात्र लाभुकों के साथ छल कपट कर जानबूझकर आवास फर्जी लाभुक बनाकर राशि ले लिया गया। ब्लॉक स्तरीय पांच सदस्यों जांच टीम द्वारा प्रधानमंत्री आवास योजना के मनरेगा के तहत आनलाइन भेजी गई राशि में गड़बड़ी पाई गई ।
इनका कहना है।
ग्राम पावरझंडा के प्रधानमंत्री आवास में हुए फर्जी आहरण का आरोपित सरपंच ईश्वर कुमरे ने माननीय न्यायालय में समर्पण किया है । पुलिस द्वारा रिमांड पर लेकर पूछताछ कर रही है ।
एआर खान
थाना प्रभारी शाहपुर