सेठी हिरवे की रिपोर्ट
चिरिया(झिरन्या):- क्षेत्र में गोवंश परिवहन का मामला थमने का नाम नहीं ले रहा है एक के बाद एक सिलसिलेवार हो रही गोवंश परिवहन पर प्रशासन अंकुश लगाने में नाकामयाब हो रही है । सेकड़ो किलोमीटर दूर से आकर महाराष्ट्र की सीमा पर वाहनों का पकड़ा जाना हर किसी के गले नही उतर रहा है , 13 अक्टूबर को एक वाहन चिरिया के पास खामखेड़ा घाट पर पकड़ा गया था जिसमे भी 5 गोवंश मृत पाए गए थे । उसके बाद क्षेत्र की यह दूसरी बड़ी घटना घटित हुई जिसमें 21 मवेशी गाय केड़े व बेल मृत पाए गए
जिन्हें दो पाटेशन के बीच बड़ी कुर्ता पूर्वक रखें गए थे। जानकारी के अनुसार
रात्रि में पुलिस चौकी हेलापडावा ने मुखबिर की सूचना पर एक बड़ी कार्यवाही को अंजाम दिया जिसमे वाहन चेकिंग करते समय एक ट्रक जिसका क्रमांक PB-11-CT. 2846 तिरपाल से ढके हुये को रोका , पुलिस को देखकर चालक ने गाड़ी को तेज गति से भगाया पुलिस ने आगे पाडल्या से आगे नर्सरी के पास पलोना घाट पर रोका तो ड्राइवर मौका देख कर भाग गया जिसको चेक करने पर 40 नग गोवंश जिसमें 19 नग जीवित एवं 21 मृत पाए गए।जिनकी अनुमानित लागत 3,27,000 आकी गई है । गोवंश जिसमें गाय, छोटे केडे, बछड़े क्रूरता पूर्वक भरे पाए गए थे। जिसमें पुलिस ने उक्त वाहन के विरुद्ध धारा 4, 6, 9 मध्य प्रदेश गोवंश वध प्रतिषेध अधिनियम 11 पशु क्रूरता अधिनियम के तहत अपराध पंजीबद्ध किया गया । इस कार्यवाही में पुलिस चौकी हेलापडावा के चौकी प्रभारी सहायक उपनिरीक्षक रमेश पवार ,आरक्षक 869 हरिनारायण एवं थाना चैनपुर के सहायक उपनिरीक्षक आशीष जाधव, वनस्टार अशोक पटेल ,आरक्षक लक्की के द्वारा पूरी रात कार्यवाही कर मवेशियों को चौकी में लाकर झिरन्या की हरि ॐ गौशाला में पहुंचाया गया
एवं मृत गोवंश को गड्ढा खोद कर उनका अंतिम संस्कार किया गया।