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*”संस्कृति, प्रकृति, संविधान एवं लोकतंत्र बचाओ यात्रा पहुंची मण्डलेश्वर
बाबा साहब को किया नमन
स्थानीय लोगो ने की आगवानी
मंडलेश्वर। रवि तवर
मण्डलेश्वर (निप्र) लोकतंत्र एव प्रकृति को बचाने के लिये आदिवासी समाजसेवक पोरलाल खर्ते की यात्रा रविवार की शाम मण्डलेश्वर पहुंची जहाँ यात्रा में शामिल यात्रियों का स्थानीय आदिवासी समुदाय ने पुष्पमालाओं से स्वागत किया नगर परिषद के पार्षद अनिल वर्मा , पत्रकार राजेश पंवार ने यात्रा में शामिल यात्रा संयोजक के साथ एकलव्य आदिवासी भील सेवा समिति महेश्वर के अध्यक्ष राजाराम मोहरे , सामाजिक कार्यकर्ता रीना मौर्य , पप्पू सिंह परमार भीम सिंह वर्मा , परसराम सेनानी जनपद उपाध्यक्ष सेंधवा सीताराम बर्डे का स्वागत किया । इस यात्रा के संयोजक सेवानिवृत अधिकारी एवं सामाजिक कार्यकर्ता पोरलाल खर्ते ने बताया कि उनकी टीम द्वारा वर्ष 2014 से निरंतर प्रतिवर्ष जनवरी माह में जन जागरण यात्राओं का आयोजन किया जा रहा हैं। उनके द्वारा शासकीय सेवा के 20 वर्ष सफलतापूर्वक पूर्ण करने के उपरांत दिनांक 31 अगस्त, 2023 को स्वैच्छिक सेवानिवृति ली गई और दिनांक 2 सितंबर, 2023 से “संस्कृति, प्रकृति, संविधान एवं लोकतंत्र संरक्षण अनवरत् यात्रा…” प्रारंभ की गई थी। यह यात्रा खरते जी जिंदगी भर समय-समय पर निरंतर करते रहेंगे। जब भी किसी बड़े सामाजिक कार्यक्रम अथवा प्रसिद्ध स्थान के लिये यात्रा के माध्यम से जाएंगे। इस वर्ष आदिवासी एकता परिषद् के 31वें आदिवासी सांस्कृतिक एकता महासम्मेलन” दादरा नगर हवेली में शामिल होने हेतु द्वितीय चरण की यात्रा का प्रारंभ किया जा रहा हैं। भारत रत्न संविधान रचियता डॉ. बाबा साहब भीमराव अंबेडकर जी की जन्म स्थली अंबेडकर नगर (महू) जिला-इन्दौर से दिनांक 30 दिसम्बर, 2023 को यात्रा प्रांरभ होकर यात्रा कोदरिया, चौरडिया, पातालपानी, मलेंडी, बडीया, मांगलिया, नाहरखेडा, चोरल डेम, आडापहाड आदि गांवों से होते हुए खरगोन जिले के मण्डलेश्वर पहुंची थी।यात्रा को आप लूणा भूरिया जी, सेवानिवृत भारतीय सेना द्वारा हरी झंडी दिखाकर प्रारंभ करवाया। इस अवसर पर आप गजरा मेहता, एक्जीक्यूटीव डायरेक्ट एमपीईबी, गोविंद भूरिया, सेवानिवृत डीएसपी, शंकरलाल कटारिया, सेवानिवृत डीएसपी, प्रेमसिंह भदौरिया, सेवानिवृत डीएसपी, एस.एस. गवली एवं महू और आस-पास गांव के वरिष्ठ कार्यकर्तागण उपस्थित थे।यात्रा के माध्यम से गांव-गांव जाकर समाज के लोगों को भारत देश की मूल संस्कृति, प्रकृति, संविधान एवं लोकतंत्र को बचाएं रखने का संदेश दिया जाएगा, साथ ही समाज के लोगों को उनके प्राकृतिक एवं संवैधानिक अधिकारों के बारे में भी जानकारी दी जाएगी। यह यात्रा पातालपानी, मंडलेश्वर, महेश्वर, धामनोद, कसरावद, गोगांव, खरगोन, भगवानपुरा, नागलवाडी, सेंधवा, निवाली, पलसूद, राजपुर, अंजड़, बड़वानी, पाटी, पानसेमल, खेतिया आदि स्थानों एवं गांवों से होकर महाराष्ट्र तथा गुजरात के अनेकों जिलों से होकर 13 जनवरी, 2024 को महासम्मेलन स्थल अथोला, सिलवासा, दादरा नगर हवेली पहुंचेगी। यह यात्रा दो पहिया एवं चार पहिया वाहनों से की जाएगी और गांव व शहर में पैदल भ्रमण किया जाएगा। यात्रा के दौरान जगह-जगह पर नुक्कड सभाओं का भी आयोजन किया जाएगा।जिस गांव में यह यात्रा पहुंचेगी, वहां स्वागत-अभिनंदन करने के उपरांत यात्रा का संदेश दिया जाएगा तथा उस गांव के कार्यकर्ता यात्रा को अगले गांव तक पहुंचाएँगे, यह काम यात्रा के समापन तक चलता रहेगा।