बेड़िया-राजेन्द्र नामदेव।
पर्युषण पर्व-दसलक्षण पर्व।
उत्तम आकिंचन -जितना परिग्रह उतना तनाव*
* श्री पारसनाथ दिगंबर जैन मंदिर मैं दस लक्षण महापर्व के नौवे दिन जैन धर्मावलंबियों ने उत्तम आकिंचन धर्म की उपासना की मंदिर में आयोजित समारोह में प्रवचन करते हुए पं.विमल जी शास्त्री ने कहा परिग्रह छोड़ हम चेतन हैं जो थोड़ा परिग्रह रखता है वह निगोद का वासी होता है जितना परिग्रह उतना तनाव प्रातः कालीन श्रीजी का अभिषेक शांतिधारा का सौभाग्य आरवी प्रतीक जटाले एवांश चंचल जटाले और चार इंद्र विधान के अलका वरुण धनोते ,प्रीषा राहुल जटाले अनीता राज कुमार जटाले ध्रीति आदित्य धनोते परिवार ने सौभाग्य प्राप्त किया संध्याकालीन आरती भजन प्रवचन के पश्चात जैन भजन कराओके का आयोजन किया गया गायक गायिका सौरभ जैन शीला दशोंदी ने अपने सु मधुर वाणी से कार्यक्रम में चार चांद लगा दिए इस अवसर पर सभी समाज जन उपस्थित थे